नौ ग्रहों के बीज मन्त्र Secrets
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माना गया है। इसमें नौ बार न वर्ण का प्रयोग हुआ है। असंदिग्ध रूप से इस मंत्र
नित्य अपनी इच्छानुसार (१, ७, ११, २१ माला) कर सकते हैं। नवार्ण मन्त्र का जप कमलगट्टे की
ही वास्तव में सच्चा ब्राह्मण बनकर गायत्री
प्रात:काल ये सूर्यमण्डल के मध्य में विराजमान रहती है। उस समय इनके शरीर का रंग लाल रहता है। ये अपने दो हाथों में क्रमश: अक्षसूत्र और
ह्रीं अर्धकायं महावीर्य चंद्रादित्य विमर्दनम्।
कुल मिलाकर जिस भांति हर रोग की दवा अलग। उसी प्रकार हर मनुष्य के पूर्व अराधन और इष्ट अलग।
का ध्यान महामृत्युंजय के रूप में किया जाता है। इस मंत्र के जप से शिव
गोरा कुभार, राखू बाई सहित कितनों को तारने वाला तो यह राम से छोटा क्यों।
मायाबीज (ह्रीं) इनसे युक्त यह मन्त्र परमार्थ प्रदान करने वाला है। आप इसका निरन्तर जप कीजिए, ऐसा करने से न तो मृत्युभय होगा और न काल का डर सताएगा।'
महासरस्वती! हे सद्रूपिणी महालक्ष्मी! हे आनन्दरूपिणी महाकाली! read more ब्रह्मविद्या पाने के लिए हम हर समय
अक्षस्त्रक्परशुं गदेषुकुलिशं पद्मं धनु: कुण्डिकां
और 'बिन्दु' का अर्थ है दु:खनाशक। अर्थात् सरस्वती हमारे दु:ख को दूर करें।
सबसे बड़ा मंत्र माना जाता है। हिन्दू धर्म में इस मंत्र को प्राण